
जियापॉलिटिकल तनाव कम होने से वैश्विक बाजारों में तेजी; बैंकिंग, मेटल और ऑटो शेयरों में जबरदस्त उछाल, FIIs ने ₹5,592 करोड़ की खरीदारी की
इजराइल और ईरान के बीच संघर्षविराम की घोषणा का असर मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार पर साफ दिखा। वैश्विक तनाव में कमी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की खरीदारी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार तेजी दर्ज की गई।
नई दिल्ली (ए)। मंगलवार को शेयर बाजार में जोरदार उछाल देखा गया। सेंसेक्स 1,000 अंकों की छलांग लगाकर 82,900 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 300 अंक चढ़कर 25,280 पर बंद हुआ। बाजार में यह तेजी चार प्रमुख कारणों के चलते आई — अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव में कमी, क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट, विदेशी निवेशकों की सक्रियता और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग नियमों में ढील।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 में से 29 शेयरों में तेजी रही। अडाणी पोर्ट्स में 4% की बढ़त दर्ज की गई। अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, और महिंद्रा समेत 21 शेयरों में 1 से 3% तक की तेजी रही। वहीं, एनटीपीसी और बीईएल जैसे कुछ गिने-चुने शेयरों में हल्की गिरावट रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 45 हरे निशान पर बंद हुए। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में सबसे अधिक 2.38% की तेजी दर्ज की गई। मेटल, ऑटो, आईटी और रियल एस्टेट जैसे सेक्टर भी मजबूती के साथ बंद हुए।
बाजार में तेजी के चार बड़े कारण:
- इजराइल-ईरान संघर्षविराम: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अनुसार दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है। इससे भू-राजनीतिक तनाव में कमी की उम्मीद बनी है।
- कच्चे तेल के दाम में गिरावट: अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 2% गिरकर 67 डॉलर प्रति बैरल के आसपास आ गई, जिससे भारत जैसी आयातक अर्थव्यवस्था को राहत मिली है।
- विदेशी निवेशकों की जोरदार खरीदारी: 23 जून को FIIs ने घरेलू इक्विटी बाजार में 5,591.77 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। इससे बाजार में विश्वास मजबूत हुआ।
- RBI की नीतिगत राहत: आरबीआई ने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को लेकर बैंकों और एनबीएफसी के लिए नियमों में ढील दी है, जिससे बैंकिंग शेयरों में तेजी आई।
एशियाई और अमेरिकी बाजार भी चढ़े:
जापान का निक्केई, कोरिया का कोस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट सभी हरे निशान पर बंद हुए। अमेरिकी बाजारों में भी डॉव जोन्स, नैस्डेक और S&P 500 में 0.9% से अधिक की तेजी दर्ज की गई। जून महीने में FIIs ने अब तक 9,489 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं, जबकि घरेलू निवेशकों की शुद्ध खरीदारी 54,912 करोड़ रुपये रही। इससे बाजार की सकारात्मक धारणा को बल मिला है।