
एजबेस्टन में अब तक भारत को नहीं मिली जीत, शुभमन गिल बोले- बुमराह की उपलब्धता टॉस पर तय होगी; टीम कॉम्बिनेशन में कई बदलाव संभव
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट की सीरीज का दूसरा मुकाबला आज से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जाएगा। भारतीय टीम इतिहास के दबाव और टीम संतुलन की चुनौती दोनों से जूझ रही है। जहां इस मैदान पर अब तक कोई जीत नहीं मिली, वहीं कप्तान शुभमन गिल के सामने प्लेइंग-11 को लेकर भी संशय बना हुआ है।
खेल (डेस्क)। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट आज से बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम इंडिया इस वक्त सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही है और वापसी के लिए यह टेस्ट बेहद अहम है। पहला मैच 5 विकेट से हारने के बाद भारतीय टीम अब इस मुकाबले को हर हाल में जीतना चाहेगी।
हालांकि, एजबेस्टन में भारत का रिकॉर्ड चिंताजनक है। पिछले 58 सालों में यहां खेले गए 8 टेस्ट में भारत एक भी जीत दर्ज नहीं कर सका है। सिर्फ एक मुकाबला 1986 में ड्रॉ रहा, बाकी सभी में टीम को हार मिली। इस ऐतिहासिक मैदान पर जीत के लिए भारतीय टीम को न सिर्फ इंग्लैंड से लड़ना होगा, बल्कि अपने अतीत से भी।
टीम चयन को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की उपलब्धता पर निर्णय टॉस के वक्त लिया जाएगा। अगर बुमराह नहीं खेलते, तो उनकी जगह आकाश दीप को मौका मिल सकता है। इसके अलावा वॉशिंगटन सुंदर और नीतीश रेड्डी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है।
⚫ बुमराह की जगह कौन?
पिछले एक साल में जसप्रीत बुमराह भारत के प्रमुख पेस अटैक का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 10 टेस्ट में 51 विकेट लिए हैं। अगर वह बाहर होते हैं, तो सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप और आकाश दीप के ऊपर जिम्मेदारी आएगी। स्पिन विभाग में रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है।
⚫ बल्लेबाजी की उम्मीदें पंत-जायसवाल से
टीम की बल्लेबाजी में पिछले एक साल में ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी साबित हुए हैं। पंत ने 11 टेस्ट में 929 रन बनाए हैं, जबकि जायसवाल के नाम 875 रन दर्ज हैं। दोनों ने पिछले मुकाबले में भी शानदार शतक लगाए थे। इनके अलावा कप्तान शुभमन गिल और केएल राहुल से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
⚫ भारत-इंग्लैंड टेस्ट इतिहास पर एक नजर
भारत और इंग्लैंड ने अब तक कुल 137 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें से इंग्लैंड ने 52 और भारत ने 35 जीते हैं, जबकि 50 मैच ड्रॉ रहे। इंग्लैंड की सरज़मीं पर भारत ने 68 टेस्ट खेले हैं, जिनमें सिर्फ 9 बार ही जीत मिली है।